Saturday, December 06, 2008

बाढ़ की विभीषिका अभी खत्म नहीं हुई है बिहार में ...

बाढ़ की विभीषिका अभी खत्म नहीं हुई है , ये अलग बात है की हमारे समाचार पत्रों और मीडिया से बिहार के बाढ़ के बारे में रिपोर्ट आना बंद हो गया....पर स्तिथि अब भी उतनी हिन् कारुणिक है , जैसे-जैसे ठंढ बढ़ रही है स्तिथि और खराब हो रही है, कैसे सामना करेंगे ये गरीब जिनके तन पर कोई वस्त्र नहीं है वो इस भीषण ठंढ ka. और इस बात को ध्यान में रखते हुए हम लोगों ने कम्बल बाटने के काम को पिछले महीने से सर्वोच प्राथमिकता दी है . पिछले महीने में तकरीबन हजार कम्बल ka वितरण किया गया है, हम लोगों ने ये पक्का किया है की एक-एक कम्बल जरुरत मंद को सीधा मिले. और इस काम को सार्थक बनाने में जुड़े हैं श्रीकांत भैया और चन्दन जी . इन दोनों व्यक्तियों ने पिछले महीने से अपना सर्वस्व बिहार बाढ़ रहत कार्य में हिन् लगा दिया है . इनकी जितनी भी तारीफ़ की जाए काम होगी....
पर हमलोगों ka ये प्रयास सागर में एक बूँद के सामान होगा ...और लोगों को आगे आने की जरुरत है ....

हमलोगों के पुरे बाढ़ सहायता कार्य की जानकारी के लिए ये ब्लॉग देखें

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