अपने शर्द्ध्ालुओं से कहना चाहता हूं - " यह चरण
छूने का मौसम नहीं, लात मारने का मौसम है । मारो एक लात और कर्ांतिकारी बन जाओ ।
-- हरिशंकर परसाई
Saturday, January 03, 2009
ऊँट पर चले हम ...
अगर आप अपने बच्चे को पैसे के आभाव में स्कूल ऑटो रिक्शा में नहीं भेज सकते तो परेशान होने की कोई बात नहीं ऊँट गाडी है ना .... ये तस्वीर आई है आज के इंडियन एक्सप्रेस के अहमदाबाद संस्करण में । आप भी देखें और बताएं कैसा लगा ये ऊँट गाडी... तो भेज रहे हैं न अपने बच्चों को इस पर:)
सूरज अब हमारे बीच नहीं रहा...
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बहुत दुःख के साथ सूचित करना पड़ रहा है की सूरज अब हमारे बीच नहीं रहा। सूरज
किसी entrance exam देने के लिए बाहर गया था और वहीँ शायद उसे इन्फेक्शन हो
गय...
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